गौरतलब है कि रूसी सैनिकों ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा कर लिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के सलाहकार मायहेलो पोदोयाक ने एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग में रूस काफी आक्रामक नजर आ रहा है. आपको बता दें कि यूक्रेन में अब तक 137 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, रूसी हमले में 316 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इन मौतों में यूक्रेन के सैनिक और नागरिक दोनों शामिल हैं। दूसरी ओर, भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने कहा कि भारत की स्थिति निराशाजनक है।
दूत ने कहा कि कीव रूसी हमले पर भारत की स्थिति से “गहरा असंतुष्ट” था। भारत के समर्थन के बारे में उन्होंने कहा: “मुझे नहीं पता कि दुनिया के कितने देश इस मुद्दे पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात कर रहे हैं, लेकिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी की स्थिति मुझे आशावादी बनाती है।”
गुरुवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बारे में स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह सैन्य अभियान डोनबास क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा के लिए शुरू किया गया था। हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था। साथ ही अन्य देशों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी गई थी कि यदि कोई देश रूस की गतिविधियों में हस्तक्षेप करता है, तो उसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।