एसीपी मोहनलालगंज धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि डॉग ग्रुप और मॉनिटरिंग टीम को जांच के लिए बुलाया गया है. इसके साथ ही राजेश की पत्नी और बच्चों को भी सूचना भेज दी गई है। करीब पांच साल तक मृतक के अलग रहने के कारण घरवाले भी दुश्मनी के बारे में नहीं बता पाए। ऐसे में ग्रामीणों से राजेश रावत के परिचित और उनसे मिलने आए लोगों के बारे में पूछताछ की जा रही है. परिजनों की शिकायत पर पूर्व कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
खून से लथपथ त्रिशूल मिला
सलेमपुर अचाका निवासी राजेश रावत करीब पांच साल तक नटवीर बाबा मंदिर में पुजारी रहे। वह अपने पीछे पत्नी शीला और पांच बच्चों को छोड़ गए हैं। चूंकि राजेश का रिश्ता लगभग खत्म हो चुका था। इंस्पेक्टर नागरम के मुताबिक सलेमपुर निवासी मोहर्रम अली सुबह बकरियों को लेकर जंगल की ओर जा रहा था. जब वह नटवीर बाबा मंदिर के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि राजेश का शव चारपाई पर बिना कपड़ों के पड़ा था। पुलिस को शव के पास खून से सना एक त्रिशूल भी मिला है। आशंका जताई जा रही है कि हत्या त्रिशूल से की गई है।
प्रवेश- संदीप तिवारी