लखनऊ के चिड़ियाघर में खास है सांपों की ये प्रजातियां:
रसेल वाइपर: रसेल का योजक दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। भूरे अंडाकार धब्बों वाले इस जहरीले सांप का शरीर मोटा होता है और यह पांच फीट तक बढ़ सकता है। बगीचों, झाड़ियों और सूखे पत्तों के ढेर में रहता है। डराने के लिए सीटी की आवाज देता है।
कैरेट: करैत सबसे खतरनाक चार सांपों में से एक है। काले रंग और सफेद धारियों वाला यह जहरीला सांप करीब 5 फीट का है। इनका निवास स्थान चूहे की चोंच, ईंटों के ढेर जैसी जगह है।
कोबरा: एशिया के सांपों में कोबरा सबसे खतरनाक है। हल्का-गहरा भूरा या काला विषैला कोबरा लगभग 6 फीट लंबा होता है। हुड पर एक तमाशा जैसा निशान है।
लाल रेत बोआ: यह हल्के भूरे रंग और मुंह पर काली पट्टी वाला दो सिर वाला और हल्का दिल वाला सांप है। इसकी लंबाई चार से पांच फीट तक होती है।
लाल सांप: सात फुट तेज यह टेपवर्म पीले, भूरे या भूरे रंग का होता है।
आम सैंडबोआ: सफेद और भूरे रंग में करीब 3 फीट का यह सांप अजगर के बच्चे जैसा दिखता है। दानेदार त्वचा का यह सांप जब धमकी देता है तो शरीर को चपटा कर छल से बचाव करता है।
ब्लैक हेडेड रॉयल स्नेक: किंग कोबरा जैसा दिखने वाला यह सांप करीब 5 से 6 फीट लंबा और गुलाबी शरीर वाला होता है। इसके सिर पर काले धब्बे होते हैं, लेकिन इस प्रजाति के सांप गैर विषैले होते हैं।
भारतीय अजगर: इस जहरीले वयस्क सांप की लंबाई करीब 20 से 25 फीट होती है। सेना के पैटर्न के रंग के समान दिखने वाला यह सांप सुस्त स्वभाव का होता है। अपने शिकार को आसानी से अपने करीब आने देता है। चूहों के अलावा, कीड़े और कीड़े पक्षियों को खाते हैं। लोगों में यह भ्रांति है कि यह लोगों को निगल जाती है।
लोगों की जिज्ञासा शांत करेंगे
नवाब वाजिद अली शाह जूलॉजिकल पार्क के निदेशक वीके मिश्रा ने कहा कि इंसानों में सांपों को लेकर विशेष जिज्ञासा होती है, लेकिन उनके बारे में कई भ्रांतियां भी जुड़ी हुई हैं। सांप दूध नहीं पीता, अजगर आदमी नहीं खाता, बीन बजने पर सांप अपने बचाव में अपना फन चलाता है। सांप केवल चूहे, कीड़े और कीड़े खाते हैं। हमारा उद्देश्य है कि सांपों को चिड़ियाघर में बेहतर माहौल मिले। जल्द ही हम चिड़ियाघर में एक आकर्षक प्रदर्शनी के माध्यम से सांपों के बारे में जानकारी साझा करेंगे। (रिपोर्ट: अनूप मिश्रा)