महाराष्ट्र में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है. सत्तारूढ़ महाराष्ट्र वीका की अघाड़ी में तीनों दलों का दावा है कि संकट का समाधान जल्द निकलेगा और सरकार को कोई खतरा नहीं है, वहीं दूसरी ओर भाजपा भी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और उच्च स्तरीय चर्चा हो रही है. राजनीतिक गतिविधियों के संबंध में पार्टी
इस बीच सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस वायरल होने के बारे में एक पुराना बयान, कह रहा है, “मैं समुद्र हूं, वापस आ रहा हूं।” उन्होंने यह बयान उनकी सरकार के जाने के बाद विशेष सत्र के दौरान दिया। उनके इस बयान पर लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.
एक यूजर जिसका नाम डॉ. दर्शनानंद @ डॉ दर्शनानंद ने लिखा, “बाहुबली ने हमेशा देश को आतंक के साये में रखा है? बहुसंख्यक बाहुबली जिनके पास पैसे पर सत्ता है, सत्ता पर सत्ता है, कुछ भी कर सकते हैं? क्या करें? लोकप्रिय विरोधी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए, विधायकों को खरीदने, सार्वजनिक रूप से हमला करने के लिए एक समाज में लोग? उनके खिलाफ नफरत फैलाओ क्योंकि उनके पास बहुमत है? जय हिंद “
हिमांशु कुमार गोडबोले @ hgfshimanshu1 ने लिखा, “एमवीए सरकार को अस्थिर नहीं किया जा सकता है। कुछ आंतरिक सहयोग हो सकता है, लेकिन इसे हल किया जाएगा क्योंकि एमवीए के नेता इन मुद्दों से निपटने में बहुत अनुभवी हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि नेता काम करते हैं हमारे देश और हमारे लोगों के विकास। उन्हें स्थिति पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए।”
किशोर कुमार जैन @k08686055_jain ने कहा, “विधायकों को सत्ता में खरीदने-बेचने से” आप “समुद्र” नहीं बनते…समुद्र वह है जो जनादेश के साथ शासन करता है!
अजीत यादव @ Ajeet07242676 ने कहा, “ठीक है, पैसे में बहुत शक्ति होती है। और वर्तमान में, भाजपा के पास सबसे अधिक पैसा है।” अशोक शेखावत @Ashokkshekhawat ने कहा, “पैसे और केंद्रीय तंत्र की शक्ति का उपयोग करके सत्ता हासिल करना मतदाताओं और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करना है।”
गगन भारद्वाज @ GAGANPANDIT108 ने कहा, ”कांग्रेस को अशोक गहलोत को महाराष्ट्र भेजना चाहिए. सरकार बनाना बाद की बात है, पहले बीजेपी के लिए अपने ही विधायकों को बचाना मुश्किल होगा.