पंजाब में रेत खनन के एक कथित मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नियामक (ईडी) ने पंजाब के पूर्व प्रधान मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से छह घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी बुधवार को अपना बयान दर्ज कराने के लिए जालंधर में प्रवर्तन एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे थे। यह जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को साझा की।
ज्ञात हुआ है कि चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी को प्रवर्तन एजेंसी ने पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, भूपिंदर और मामले में नामित अन्य लोगों के खिलाफ अप्रैल की शुरुआत में अभियोग दायर किया गया था। सूत्रों की माने तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पहले भी कई बार चरणजीत सिंह चन्नी को फोन कर चुका है।
खनन मामले में ईडी ने जो पूछताछ की, उसे लेकर पंजाब के पूर्व सीएम सीएस चन्नी ने ट्वीट किया कि जहां तक मुझे पता है, मैंने उनके (ईडी) द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया है. इस मामले में ईडी पहले ही कोर्ट में चालान पेश कर चुकी है। साथ ही अधिकारियों ने मुझे दोबारा आने के लिए नहीं कहा है।
सूत्रों के मुताबिक ईडी के अधिकारियों ने चन्नी, उनके भतीजे हनी और अन्य से उनके करीबी दोस्तों और सीएमओ से मिलने के बारे में पूछताछ की। साथ ही प्रदेश में अवैध बालू खनन के दौरान कुछ अधिकारियों के तबादले व पदस्थापन के आरोपों की भी जांच की गयी. गौरतलब है कि चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब विधानसभा के नतीजे आने के बाद 10 मार्च को राज्य प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था।
पंजाब पैरिश के चुनाव में पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी दो पल्ली सीटों चमकौर साहिब और भदौर से चुनाव लड़े थे। पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी दोनों सीटों से चुनाव हार गए। राज्य में अवैध बालू खनन के एक मामले में ईडी की कार्रवाई 18 जनवरी से शुरू हुई थी, जहां चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर हनी और अन्य के खिलाफ छापेमारी की गई थी. जहां इमरजेंसी रूम ने हनी के परिसर से करीब 7.9 करोड़ और संदीप नाम के शख्स से 2 करोड़ रुपये की वसूली की थी.
जब्ती के बाद, ईडी ने अपने बयान में कहा था कि भूपिंदर सिंह ने स्वीकार किया था कि उन्हें रेत खनन कार्यों और पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण और तैनाती में सहायता के बदले में जब्त नकदी मिली थी। इसके अलावा, ईडी के अधिकारियों ने बताया था कि तलाशी के दौरान भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और उसके पिता संतोख सिंह, संदीप कुमार और कुदरतदीप सिंह के बयान दर्ज किए गए थे. पूछताछ में पता चला कि जब्त किया गया पैसा भूपिंदर का ही है।