मोबाइल को लेकर मारपीट में बेटी घायल
दंपति का दावा है कि 6 जुलाई को रामदेव के भाई किशन पाल के बेटे अजीत का अपनी बड़ी बेटी के साथ मोबाइल फोन, जिसके साथ वह खेल रही थी, उस दौरान मोबाइल फोन कहीं गायब हो गया। इसको लेकर दोनों पक्षों में चर्चा हुई। अगले दिन वह अपनी एक माह की बेटी को इलाज के लिए पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया। रास्ते में किशनपाल ने बेटे अजीत, पत्नी और बेटी के साथ उसकी पिटाई कर दी। इस दौरान उनकी बेटी समेत दंपती भी घायल हो गए। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ 107.16 कार्रवाई की।
बेटी की मौत के बाद थाने पहुंचे, लेकिन भगा दिया गया
झगड़े के बाद भी रामदेव अपनी बेटी का इलाज करता रहा। इसी बीच मंगलवार सुबह उनकी बेटी की मौत हो गई। आरोप है कि दंपति अपनी बेटी को लेकर पलिस थाने पहुंचे। वहां मौजूद उप निरीक्षक ने उसके साथ बुरा व्यवहार किया और उसे थाने से भगा दिया, जिसके बाद वह पुलिस निरीक्षक के कार्यालय पहुंचे और आगे पुलिस अधीक्षक पश्चिम दुर्गेश कुमार सिंह से न्याय की गुहार लगाई. इस मामले में दुर्गेश कुमार सिंह ने कहा कि संबंधित पाली थाना को पूरे मामले में कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
इनपुट- सुधांशु मिश्रा